मुंबई। बॉलीवुड को जिस आनंद ने पहला सुपरस्टार दिया, अब वह दुनिया छोड़कर चला गया। बॉलीवुड में काका के नाम से लोकप्रिय राजेश खन्ना ने बुधवार को अपने घर पर अंतिम सांसें लीं। वे 70 वर्ष के थे। राजेश खन्ना का असली नाम जतिन खन्ना था। गुरुवार की सुबह 11 बजे उनका अंतिम संस्कार मुंबई में ही किया जाएगा। वे पिछले कुछ दिनों से लगातार बीमार चल रहे थे। उनका इलाज लीलावती अस्पताल में चल रहा था।
राजेश के करीबी मित्र विजय जावेरी ने बताया, 'राजेश अब नहीं रहे।' 'काका' नाम से मशहूर अभिनेता अपने पीछे पत्नी डिम्पल कपाड़िया और बेटी ट्विंकल और रिंकी को छोड़ गए। उनके दामाद अक्षय कुमार भी विदेश में चल रही अपनी फिल्म की शूटिंग को बीच में छोड़कर भारत लौट आए है।
राजेश लंबे समय से अपने स्वास्थ्य को लेकर परेशान थे और उन्हे बीते कई महीनों से लगातार अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा था। अप्रैल में उन्हे कमजोरी और थकान की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन तब उन्हे तीन से चार दिनों में छुट्टी मिल गई थी। 23 जून को उन्हे फिर से लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया और इस बार वह दो हफ्तों तक अस्पताल में रहे थे।
इसके एक हफ्ते बाद उन्हें कमजोरी की शिकायत के बाद दोबारा से अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उन्हे जल्द ही अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी। राजेश ने अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत वर्ष 1966 में फिल्म 'आखिरी खत' से की थी। इसके बाद वह 'अराधना', 'दो रास्ते', 'सफर' और 'आनंद' जैसी फिल्मों से बॉलीवुड के सुपरस्टार बन गए। वह आखिरी बार इस वर्ष की शुरुआत में हेवल्स पंखों के विज्ञापन में नजर आए थे।
प्रधानमंत्री ने शोक जताया
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना के निधन पर शोक जताया है। प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर लिखा है, 'मैं राजेश खन्ना के शोकसंतप्त परिजनों तथा उनके अनगिनत प्रशंसकों के प्रति तहेदिल से संवेदना व्यक्त करता हूं।'
समृद्ध विरासत छोड़ गए राजेश खन्ना: अंबिका सोनी
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने हिंदी फिल्मों के सुपरस्टार राजेश खन्ना के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी फिल्मों में कोई भाषा संबंधी बाधाएं नहीं रही और उन्हे हर जगह लोगों ने पसंद किया।
सोनी एक न्यूज चैनल को बताया, 'राजेश खन्ना एक दिग्गज थे और वह हमारे सुपरहीरो थे। वह अपने पीछे युवा पीढि़यों के लिए समृद्ध विरासत छोड़ गए है।' उन्होंने कहा, 'उनकी फिल्मों में कोई भी भाषा संबंधी परेशानी नहीं रही और उन्हे हर जगह लोगों ने पसंद किया। हम राजेश के जीवन के सफर पर प्रकाश डालने के लिए कार्यक्रम के आयोजन की योजना बना रहे है। यह बहुत दुखद है कि हमने उन्हें खो दिया।'
न्यूज़ स्रोत -दैनिक जागरण