हमारे देश में तीर्थयात्रीओं के लिए सिंघेस्वर स्थान एक प्रसिद्ध स्थान है. यह मधेपुरा जिले से आठ किलो मीटर दूरी पर दक्षिण दिशा में अवस्थित है.यह धार्मिक एवं एतिहासिक महत्ता के लिए प्रसिद्ध हैं.इस स्थान का नाम सिंघेस्वर स्थान कैसे पड़ा, इसके पीछे अनेक मान्यताएं प्रचलित हैं, इनमेसे एक है-
एक बार माँ भवानी ने भगवन शिव को सिंघेस्वर के नाम से पुकारा था , जिसके फलस्वरूप इस जगह का नाम सिंघेस्वर स्थान पड़ा. सप्ताह के कुछ दिनों में जैसे- रविवार, सोमवार और बुधवर को यहाँ पूजा अर्चना की जाती हैं. महाशिवरात्रि मेला बिहार एवं नेपाल में तराई के क्षेत्रो में ज्यादा प्रसिद्ध हैं. सावन के महीनो में श्रद्धालू कोशी बराज से जल भरकर कंवर के साथ पैदल यात्रा करते हैं और सिंघेस्वर स्थान में आकर जल चढाते हैं .
नाम : बम भोली मंडल.
शिक्षा : एम. ए(डबल)
पेशा : कृषि .
पता : हरिराहा
करजैन बाज़ार
परिचय : श्री मंडल परिचित एवं सामाजिक व्यक्ति है .
मैथिलि साहित्य के अच्छे जानकर है. हिंदी भाषा पर भी इनकी उतनी ही
पकड़ है. मधे पूरा जिले में अवस्थित सिघेस्वर मंदिर के इतिहास एवं
महत्ता के बारे में एक श्रृखला ले कर आपके सामने करजैन बाज़ार.कॉम
पर हाजिर हुए है....