एक सप्ताह से संदिग्ध किस्म के लोगों की अचानक बढ़ चली गतिविधियों से इलाके के लोग रतजगा करने पर विवश है। कई दिनों से लालपुर, महद्दीपुर, लालगंज, रामपुर, मोहनपुर इत्यादि गांवों के लोग दहशत के साए में रात गुजार रहे हैं। अफवाह के दहशत में जी रहे क्षेत्र की महिलाओं ने सोमवार को छातापुर थाना पहुंचकर सुरक्षा की गुहार लगाई। जानकारी अनुसार विगत कई दिनों से अंधेरा घिरते ही दर्जनों की तादाद में संदिग्ध लोग हाथ में टार्च की तेज रोशनी जलाकर गांवों के इर्द-गिर्द भटकते नजर आते हैं। हालांकि अब तक इनके द्वारा ग्रामीणों को कोई हानि नहीं पहुंचाई गई है। परन्तु फिर भी लोग इनकी बढ़ती गतिविधियों एवं इलाके में पनप रहे आपराधिक सरगर्मियों के चलते पूरी तरह दहशत में हैं। गौरतलब है कि कुछ ही दिनों पहले ललितग्राम थाना क्षेत्र के टेंगरी गांव में अपराधियों ने एक साथ 20 घरों में डाका डालकर लोगों को हैरत में डाल दिया था। जिसका उदभेदन अब तक पुलिस नहीं कर पाई है। आखिरकार इतनी बड़ी संख्या में घूमने तथा दहशत फैलाने वाले ये कौन लोग है तथा इनकी मंशा क्या है। इस बारे में तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। नेपाल के तराई से सटे होने के कारण कुछ लोग इसे माओवादी गतिविधि मान रहे हैं। तो कुछ लोग इन्हें मानव अंग तस्करों का गिरोह बता रहे हैं। जो भी हो परन्तु दर्जनों गांवों के लोगों के साथ-साथ इस गिरोह ने प्रशासन की भी नींद हराम कर दी है। छातापुर थानाध्यक्ष श्रीकांत प्रसाद सिंहा ने बताया कि कई लोगों से उन्हें इस संबंध में जानकारी मिली है, तथा एहतियात के तौर पर पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है। मानवाधिकार संरक्षण प्रतिष्ठान के प्रदेश सचिव डा. शक्तिनाथ झा ने इलाके के लोगों की सुरक्षा बढ़ाने हेतु पुलिस उप महानिदेशक पुलिस महा निरीक्षक समेत कई अधिकारियों के पास ज्ञापन भेजकर अतिरिक्त सुरक्षा बल मुहैया करवाने की मांग की है।